Thursday, December 8, 2011

"निज स्वरुप को परम रस जामे भर्यो अपार ! वंदु परमानंदमय समयसार अविकार !!"

निज स्वरुप को परम रस जामे भर्यो अपार!
वंदु परमानन्द माय समयसार अविकार !!

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